विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई 2021 (निबंध, आर्टिकल)/World Populaion Day 2021 (article, essay)
हैलों! दोस्तों कैसे हैं आप सभी?..आशा करती हूँ आप सभी अच्छे होंगे और अपने- अपने घरों में स्वस्थ होंगे।
मैं आपकी दोस्त पुष्प की दुनियां/ पुष्पराज आज आप सभी से एक समस्या सांझा करने आई हूं कि..... जनसंख्या
वृद्धि इसमें हम जिस प्रकार नित्य नए रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं, यह एक समस्या है या वरदान.... इसका उत्तर आप
लोग अपने विवेक से दीजिएगा...
आज का विषय है विश्व जनसंख्या दिवस। बढ़ती हुई आबादी जिसे हम जनसंख्या विस्फोट का नाम भी देते
हैं। यह भारत और पूरे विश्व के लिए आने वाले समय में एक विकट समस्या का रूप लेती जा रही है। आज जब हम
इस वर्ष का विश्व जनसंख्या दिवस मना रहे हैं, इस समय तक हमारे देश भारत की आबादी 1.4 अरब को पार कर
चुकी है वर्ष 2011 की जनगणना अर्थात 7 वर्ष पूर्व हम 121 करोड़ थे। हमने यदि जनसंख्या वृद्धि की दर को कम
नहीं किया तो वर्ष 2025 तक जो हमारा सुपरपावर बनने का सपना है, वह पूरा हो पाए या ना हो पाए लेकिन विश्व
की सबसे अधिक जनसंख्या का देश जरूर बन जाएंगे।
Table Of Contents/ मुख्य बिंदु:
- विश्व जनसंख्या दिवस कब मनाया जाता है?
- जनसंख्या वृद्धि की बढ़ती दर
- प्रजनन दर के आंकड़े/ Fertility Rate Data
- तात्कालिक आंकड़े
- क्या है विश्व जनसंख्या दिवस 2021 की थीम?
- किस प्रकार मनाया जाएगा इस वर्ष का विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई
- किस उद्देश्य से विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है?
- जन्म दर में वृद्धि के कारण
- रोकथाम/ उपाय/ Solution
- विश्व जनसंख्या दिवस से जुड़े कुछ तथ्य/ Some facts related to World Population Day
- विश्व जनसंख्या दिवस के कुछ प्रमुख नारे(slogan)
- एक ऐसा परिवार जिस में रहते हैं एक साथ 162 लोग
- मेरे विचार
विश्व जनसंख्या दिवस कब मनाया जाता है? |When is World Population Day celebrated?
संयुक्त राष्ट्र संघ की सभा के द्वारा बढ़ती हुई जनसंख्या को रोकने, जनसंख्या विस्फोट को नियंत्रित करने और
जनता को इसके भविष्य के परिणामों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई के दिन विश्व
जनसंख्या दिवस को मनाने का निर्णय लिया गया। यह वर्ष 1989 से प्रतिवर्ष दुनिया के सभी देशों में एक थीम, एक
विचार के साथ मनाया जाता है।
जनसंख्या वृद्धि की बढ़ती दर| Increasing Rate of Population Growth
जनसंख्या वृद्धि के आंकड़ों को देखें तो यह अच्छी तरह से समझ सकते हैं कि यह कितनी तेज गति से बढ़ती
जा रही है। 11वीं सदी लगभग 900 से 1000 वर्ष पहले पूर्व विश्व की जनसंख्या 40 करोड़ (लगभग) थी।
1000वीं सदी के 800 वर्ष बाद जब विश्व की पहली जनगणना वर्ष 1808 में हुई थी। तब यह बढ़कर
1अरब हो गई थी। इसके बाद अगले आने वाले 55 वर्षों में यह आबादी 3 गुना तेजी से बढ़ी और वर्ष 2000 तक 6
अरब से भी अधिक हो गई। इसमें से एक अरब दो केवल हम भारतीय ही थे।
प्रजनन दर के आंकड़े/ Fertility Rate Data
यदि विश्व की कुल प्रजनन दर के आंकड़ों पर नजर डालें तो तस्वीर कुछ और ही कहती है। एक शोध
के अनुसार 1 मिनट में 250 बच्चे जन्म लेते हैं, वही एक मिनट में मृत्यु की दर 110 के लगभग है। यानी कि हम
कह सकते हैं कि 1 सेकंड में 4 बच्चे जन्म लेते हैं और इसमें से दो की मृत्यु हो जाती है।
तात्कालिक आंकड़े | Current figures
यदि इस महीने के नए आंकड़ों पर दृष्टि डालें तो आज के दिन विश्व की कुल जनसंख्या 8 अरब है जिसमें से
भारत इस कुल आबादी का छठा हिस्सा है। भारत की जनसंख्या 1 अरब 35 करोड़ (लगभग).... प्राप्त
जानकारी 11 जुलाई 2017 के अनुसार।
क्या है विश्व जनसंख्या दिवस 2021 की थीम?| World Population Day Theme
इस वर्ष जनसंख्या दिवस पर जो थीम तैयार की गई है। वह परिवार नियोजन, लोगों का विकास, राष्ट्र की
प्रगति को केंद्र में रखकर बनाई गई है जोकि है-
"अधिकार और विकल्प उत्तर है: चाहे बेबी बूम हो या बस्ट. प्रजनन दर में बदलाव का समाधान सभी लोगों के प्रजनन, स्वास्थ्य और अधिकारों को प्राथमिकता देना है"
Theme- This year's World Population Day theme is..
"Rights and choices are the answer. Weather baby boom or bust, the solution to shifting fertility rates lies in in priority prioritizing, the reproductive health and rights of all people."
किस प्रकार मनाया जाएगा इस वर्ष का विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई? | How will this year's World Population Day be celebrated on July 11?
इस जनसंख्या दिवस की थीम के अनुसार जनसाधारण को सीमित परिवार के लिए जागरूक किया जाएगा,
सक्षम राष्ट्र और परिवार की जिम्मेदारियों में, राष्ट्र की प्रगति में इसकी भूमिका को बताने के इस संदेश के साथ पूरे
विश्व में कार्यक्रमों को आयोजित किया जाएगा। आम जनता तक जनसंख्या बढ़ोतरी के होने वाले विपरीत
परिणामों को बता कर इस जनसंख्या बढ़ोतरी की बढ़ती हुई दर पर लगाम लगाने का प्रयास किया जाएगा।
भारत के अलग-अलग शहरों के शिक्षण संस्थानों, समितियों में जनसंख्या दिवस के अवसर पर जागरूकता
फैलाने के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे। जो इ स वर्ष कोविड महामारी के कारण संभव नहीं हो
सकेंगे परंतु डिजिटल मंच के माध्यम से ऐसा किया जा सकता है।
इस वर्ष की थीम के अनुसार बढ़ती हुई जनसंख्या की दर में कमी लाने के उद्देश्य से लंदन में विश्व स्तरीय
कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें विश्व के सभी देशों के प्रतिनिधि सम्मिलित होंगे।
किस उद्देश्य से विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है? | For what purpose World Population Day is celebrated?
प्रतिवर्ष जिस गति से जनसंख्या बढ़ रही है प्राकृतिक संसाधनों में उसके अनुरूप वृद्धि नहीं हो रही है। यदि
इसी तेज गति से हमारी आबादी बढ़ती रहे तो एक दिन ऐसा आएगा जब रहने के लिए पृथ्वी कम पड़ जाएगी, पीने
योग्य पानी नहीं बचेगा, इंधन की उपलब्धता में कमी आ जाएगी,रोजगार के नए साधन नहीं बन पाएंगे यह सभी
समस्याएं इतना विकराल रूप ले लेंगी कि एक रोटी के लिए 4 लोग लड़ रहे होंगे। ईश्वर ना करें... कि कभी ऐसा
समय आए।
जन्म दर में वृद्धि के कारण |Reasons for increase in birth rate
जन्म दर में वृद्धि के कारणों में सबसे मुख्य है:
★ कम आयु में विवाह हो जाना जिससे वह अपने भविष्य के बारे में अधिक जागरूक नहीं होते।
जागरूकता ना होने के कारण अधिक संतान को जन्म देना।
★ निम्न वर्ग गरीबी व निरक्षरता के कारण इससे आने वाले भविष्य की समस्याओं से परिचित नहीं होता। जिससे
परिवार का आकार बड़ा हो जाता है। उनकी यह सोच होती है कि जितने अधिक लोग होंगे उतने अधिक कमाने
वाले होंगे।
★ पुत्र की लालसा में पुत्रियों का होना भी इन कारणों में से एक है।
रोकथाम/ उपाय/ Solution
सरकार द्वारा हर वर्ष जनसंख्या नीति बनाई जाती है। परिवार नियोजन एवं परिवार कल्याण के कार्यक्रम
प्रस्तुत किए जाते हैं। हमें जागरूक होकर इस विषय की गंभीरता को समझते हुए सरकार द्वारा सुझाए गए परिवार
नियोजन के उपायों को गंभीरता से लेते हुए, अपने भविष्य की बेहतरी के लिए कदम उठाना चाहिए।
विश्व जनसंख्या दिवस से जुड़े कुछ तथ्य/ Some facts related to World Population Day
अभी तक की जानकारी के अनुसार विश्व की कुल आबादी 8 अरब (7.9 बिलियन स्रोत गूगल) है. world population crossed 7billion.
★ भारत में 30 वर्ष से कम आयु के युवाओं की कुल संख्या 43 करोड़ है।
★ फेसबुक के 130 करोड़ उपयोगकर्ता ऐसे हैं, जो कि प्रत्येक सप्ताह लॉगइन करते हैं।
★ यदि हम फेसबुक को एक राष्ट्र मान लें तो फेसबुक आबादी की संख्या के कारण विश्व में तीसरे नंबर पर आएगा।
★ यदि इतनी तेज गति से जनसंख्या बढ़ती रही तो वर्ष 2100 तक आते-आते दुनिया की आबादी 12 अरब हो
जाएगी
★ विश्व की 52 प्रतिशत आबादी यानी के आधे से अधिक आबादी 30 वर्ष से कम आयु वर्ग की है।
★ अनुमान के अनुसार जनसंख्या नीतियों और चलाई जा रही योजनाओं के कारण के कारण वर्ष 2050 के बाद
आबादी में सकती है।
विश्व जनसंख्या दिवस के कुछ प्रमुख नारे (slogan/ quotes in hindi) :-
★ दो बच्चे उज्जवल भविष्य,
अधिक बच्चे कहां भविष्य
★ जनसंख्या पर रोक लगाओ और विकास की गति बढ़ाओ
★ आबादी पर करो नियंत्रण
तरक्की को दो आमंत्रण
★ कम बच्चे छोटा परिवार
यही है प्रगति का आधार
★ जन-जन में फैलाएं एक विचार
छोटा परिवार सुखी परिवार
★ बच्चे दो ही अच्छे
एक ऐसा परिवार जिस में रहते हैं एक साथ 162 लोग | A family in which 162 people live together
भारत के मिजोरम में जिओना चाना की 39 पत्नियां और इन 39 पत्नियों से उनके 94 बच्चे हैं उनकी 14
बहुएं और 33 पोते- पोतियां है। जो एक ही घर में एक साथ रहते हैं। जी हां... यह वही परिवार है जो गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ( Guinness Book of World Record) मे सबसे बड़ी फैमिली होने का रिकॉर्ड अपने नाम करा चुके हैं।
★ चार मंजिला मकान जिसमें 100 कमरे हैं, यह परिवार कुल सदस्यों की संख्या 162 के साथ रहते हैं।
★ इस घर के किचन में 1 दिन में 40 किलो चावल, 24 किलो दाल, 50 किलो सब्जियां, 30- 40 मुर्गे और 20
किलो फल की खपत होती है
★ घर के सदस्यों के खाना खाने के लिए घर में 50 डाइनिंग टेबल है।
★ जिओना चाना ऐसे समुदाय से ताल्लुक रखते हैं जो असीमित शादियों की अनुमति देता है इसी कारण इनका
परिवार इतना बड़ा है।
★ इलाके के राजनीतिक गलियारे में भी चाना परिवार का काफी मान है क्योंकि एक साथ एक ही परिवार के इतने
सारे वोट होने की वजह से इस इलाके के तमाम नेता जाना को खूब महत्व देते हैं बनता है।
★ अभी तक प्राप्त नवीन जानकारी के अनुसार गत 13 जून 2021 को इस परिवार के सबसे बड़े परिवार के
मुखिया मुखिया जिओना चाना जिनकी आयु 76 वर्ष थी, का निधन त्रिनिटी हॉस्पिटल में हो गया।
स्रोत-https://www-deccanherald-com.cdn.ampproject.org/v/s/www.deccanherald.com/amp/national/east-and-northeast/mizoram-man-who-headed-worlds-largest-family-dies-at-76-997106.html?amp_js_v=a6&_gsa=1&usqp=mq331AQKKAFQArABIIACAw%3D%3D#aoh=16255830648348&referrer=https%3A%2F%2Fwww.google.com&_tf=From%20%251%24s&share=https%3A%2F%2Fwww.deccanherald.com%2Fnational%2Feast-and-northeast%2Fmizoram-man-who-headed-worlds-largest-family-dies-at-76-997106.html
✍मेरे विचार
ऊपर आपने पढ़ा कि किस तरह एक ही परिवार में 162 लोगों के होने का एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भारत के नाम है।
वैसे तो भारत बहुत-सी बातों के लिए जाना जाता है पर क्या इस कारण पर हमें गर्व करना चाहिए?...
ईश्वर ना करें! कोई और इस परिवार के रिकॉर्ड को तोड़ने की सोचे भी।
all photos by pixabay and canvaहमारी धरती के संसाधन सीमित है और इस पर बढ़ती जनसंख्या के बोझ के कारण जो दबाव पड़ रहा है, जो
संशोधन हो रहा है... हमें इसके दूरगामी बुरे परिणामों के बारे में सोच कर सरकार के द्वारा उठाए गए कदमों की
सराहना करते हुए, उनके द्वारा बताए गए उपायों को अमल में लाना चाहिए। इसी प्रकार हम हमारी धरती और
इसके पर्यावरण को बचा सकते है अन्यथा भविष्य में हमारी मानव जाति एक हाहाकार को देखेगी, विषमताएं
होंगी, सभी संसाधनों का अधिकार केवल संपन्न लोगों तक ही सीमित रह जाएगा।
जैसा कि हम सभी जानते हैं... "किसी भी अर्थव्यवस्था में किसी वस्तु का मूल्य निर्धारण मांग एवं पूर्ति
के द्वारा निर्धारित होता है"
सोचिएगा जरूर....
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पठनीय लेख । भाषा में प्रवाह अच्छा है।
जवाब देंहटाएंजी धन्यवाद��. एक लेखनी के लिए सबसे अमूल्य धरोहर यही है जब उसकी स्याही से रचित शब्दों की सराहना हो.
हटाएंसहृदय आभार.