स्वतंत्रता दिवस | Independence Day 2020 | Theme | History
दोस्तों यह स्वतंत्रता दिवस हमारे देश का 74 वां स्वतंत्रता दिवस है। इस वर्ष की थीम 'आत्मनिर्भर भारत- स्वतंत्र भारत' रखी गई है (This year's theme is 'Self-reliant India- Independent India has been laid)।
इस वर्ष 2020 के स्वतंत्रता दिवस कोरोना महामारी के चलते स्वतंत्रता दिवस कुछ सावधानियों के साथ मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी जी सातवीं बार ध्वजारोहण करेंगे। इस बार हाथ मिलाकर अभिवादन करने की बजाय नमस्कार कर अभिवादन किया जाएगा। मौजूदा स्टाफ पीपीई किट पहने होंगे तथा पूरी व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है।
हमारे भारत देश को 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। यह दिन हम भारतीयों के लिए विशेष महत्व रखता है। हमें यह आजादी कठिन संघर्ष और बलिदान के बाद मिली है, इसलिए भी इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
हमारे वीर सिपाह हर पल सीमा पर तैनात है। हमारी भारतीय आर्मी पुरे विश्व में अपनी बहादुरी के लिए जानी जाती है।
मैं अपने शब्दों को एक काव्य के माध्यम से आप तक पहुंचाना चाहूँगी, इसके गुणगान में -
इतिहास के पन्नों से - From the pages of history
कुछ खास तथ्य हैं जो 15 अगस्त के इतिहास से जुड़े हैं-
1. भारत के पहले के समारोह में गांधीजी शामिल नहीं हो पाए थे। उस समय वह बंगाल के 'नाओखली'में थे।जहां वे
हिंदुओं-मुस्लिमों के बीच हो रहे संप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन कर रहे थे।
2.स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाना तय होने के बाद, जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल
ने महात्मा गांधी को पत्र लिखा था- '15 अगस्त हमारा पहला स्वाधीनता दिवस होगा आप राष्ट्रपिता है इसमें
शामिल हो अपना आशीर्वाद दें।'
3. गांधी जी ने इस पत्र का जवाब भिजवाया- 'जब कोलकाता में हिंदू - मुस्लिम एक दूसरे की जान ले रहे हैं ऐसे में मैं
जश्न मनाने के लिए कैसे आ सकता हूं। मैं दंगा रोकने के लिए अपनी जान दे दूंगा।'
4. जवाहरलाल नेहरू ने ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टनी' 14 अगस्त की मध्य रात्रि को वायसराय लॉज
(मौजूदा राष्ट्रपति भवन) से दिया था।
5. जब नेहरू प्रधानमंत्री नहीं बने थे। इस भाषा भाषण को पूरी दुनिया में सुना, लेकिन गांधीजी उस दिन 9:00 बजे
सोने चले गए थे।
6. स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते हैं, लेकिन 15 अगस्त 1947 को ऐसा नहीं हुआ था।
लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के अनुसार नेहरू जी ने 16 अगस्त 1947 को लाल किले से झंडा
फहराया था।
7. 15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा का निर्धारण नहीं हुआ था। इसका फैसला 17 अगस्त को
रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ, जो कि भारत और पाकिस्तान की सीमाओं को निर्धारित करती थी।
8. भारत स्वतंत्र तो 15 अगस्त को हो गया था परंतु उस समय तक हमारा कोई राष्ट्रगान नहीं था। हालांकि रविंद्रनाथ
टैगोर 'जन- गण -मन' 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह राष्ट्रगान 1950 में बना।
9. 15 अगस्त के दिन भारत के अलावााा तीन अन्य देशों का भी स्वतंत्रता दिवस है-
✅ (1). दक्षिण कोरिया जापान से 15 अगस्त 1945 को आजाद हुआ था।
✅ (2). ब्रिटेन से बहरीन को 15 अगस्त 1971 को आजादी मिली थी। और
✅ (3). फ्रांस से कांगो 15 अगस्त 1960 को आजाद हुआ।
✍मेरे मन की
हमें अपनी आजादी बहुत मुश्किलों के बाद मिली है। कहा जाए तो हमने अपनी आजादी छीन के लिए है।हमारे
स्वतंत्रता सेनानियों ने आजाद भारत के बारे में बहुत से सपने देखे थे। गंगा - जमुनी तहजीब होगी, विकसित भारत
होगा, सौहार्द्र की गंगा बहेगी, ना जात- पात का भेदभाव, ना ऊंच-नीच की रेखा होगी।
आजादी के 74 वीं वर्षगांठ पर आज यह मंथन करें तो क्या यह सब हमने पाया?.… गरीबी- भुखमरी, जाति
भेदभाव, साक्षरता, महिला सशक्तिकरण, भाई -भतीजावाद, आरक्षण... सब अपने आप में कुछ अधूरा सा नहीं है?...
अभी हाल ही में बेंगलुरु में जो सद्भावना की मिसाल (दंगे )देखे हमने वह क्या हमारा विकास दिखाता है?...
लव-जिहाद, खाप पंचायत, निर्भया केस.. यह सब क्या है?... ऊंचाई को छू रहे हैं, विकास हो रहा है... पर क्या
हमारी जड़ें और अधिक खोखली नहीं होती जा रही?..... क्या यह पूरी आजादी है, जिसके लिए हमारे वीरों ने अपने
प्राण तक न्यौछावर कर दिए?
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आपको मेरा ये लेख कैसा लगा ?... अगर आप इस से संबंधित कोई विचार मुझसे साझा करना करना चाहते
है, तो आपका स्वागत है...☺️
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