बागेश्वर धाम सरकार: जीवन परिचय
कौन है बागेश्वर धाम सरकार, उनका दिव्य दरबार, विवाद, निजी संपत्ति
बालाजी के दरबार बागेश्वर धाम आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है। कारण है धाम के पीठाधीश और उनके द्वारा लगाए जाने वाले दिव्य दरबार। पिछले अंक में आपने बागेश्वर बाला धाम से जूड़ी कुछ जानकारी के बारे में पढ़ा था। आज के इस अंक में हम बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बारे में पढ़ेंगे....
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कौन है बागेश्वर धाम सरकार/ Who is Bageshwar Dham Sarkar?
बागेश्वर बालाजी सरकार (bageshwar dham balaji) ही बागेश्वर धाम के प्रमुख है। इनके पास इनके प्रशंसकों का एक बड़ा आधार है। जो उनकी अलौकिक क्षमताओं से प्रभावित है। मध्य प्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर धाम मंदिर एक 26 वर्षीय (dhirendra shastri age) स्वयंभू संत के कारण प्रसिद्ध है।
4 जुलाई 1996 धीरेंद्र प्रसाद कृष्ण शास्त्री का जन्म हुआ था। अपनी शिक्षा - दीक्षा के बाद उन्होंने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री नाम अपनाया। उनकी माता का नाम सरोज गर्ग और पिता का नाम करपाल गर्ग है। उनके दादाजी भगवान दास गर्ग एक सिद्ध संत थे। हनुमान मंदिर के पास ही निर्मोही अखाड़े में इनके दादा जी का दरबार लगता था। बाद में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दिव्य दरबार लगाना शुरू किया जो उनकी लोकप्रियता का कारण बना।
दिव्य दरबार के रोचक तथ्य/ Interesting Facts about Divya Darbar
दिव्य दरबार के बारे में दो बातें रोचक है। पहली वह जिस तरह से बिना किसी पूर्वाग्रह के (पहले मिले बिना) व्यक्ति का सटीक विवरण, उसकी समस्या व उसके आने का कारण बताते है। यह सभी बताई गई बातें बाद में सच भी निकलती है यह दिलचस्प है। भक्तों की समस्या और समाधान वे एक कागज पर लिखकर बताते हैं।
दूसरी रोचक बात यह है कि जिस तरह वे जिन भूतों से बातें करते हैं, दंडित करते हैं यह भी दिलचस्प है। बागेश्वर धाम सरकार (baba dhirendra shastri) जिस तरह भूतों और जिन्नों को व्यक्ति के शरीर से बाहर निकालते हैं या फिर उनकी भाषा में कहे तो तंत्र बाधा, प्रेत बाधा से आराम दिलाते हैं। आम जनता को यह आकर्षित करता है।
चुटीला अंदाज/ Hilarious Style
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री स्वयं को कट्टर सनातनी मानते हैं। उनके बोलने का अंदाज निराला है। देहाती शब्दों का कहीं-कहीं प्रयोग उनके व्यक्तित्व को निश्च्छल दिखाता है। जैसे- ठठरी, हमई को - तुमई को,अम्मा आदि।
विवादों का साथ/ Disputes
महाराष्ट्र सरकार के कानून के हिसाब से इस तरह दिव्य दरबार लगाना, भूत-प्रेतों की बातें करना एक कानूनी अपराध है। अंधविश्वास को बढ़ावा देता है। तर्कशास्त्री श्याम मानव ने विरेंद्र शास्त्री के खिलाफ f.i.r. की मांग की है क्योंकि मानव ने धीरेंद्र शास्त्री ने उनके नागपुर की एक कथा में चमत्कार दिखाने की
चुनौती दी थी पर वो नागपुर छोड़ कर चले गए।
इसके जवाब में बागेश्वर धाम सरकार का एक वायरल वीडियो आया कि वह नागपुर से भागे नहीं है, ना ही उन्हें वहां से निकाला गया है। जिसे भी चमत्कार देखना हो वह रायपुर में आमंत्रित है।
एक अन्य वीडियो में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि उनके पास कोई अलौकिक शक्ति नहीं है। उन पर तो बस बालाजी महाराज की कृपा है। आगे वे कहते हैं- 'बागेश्वर बालाजी के चरणों में मैं तो केवल एक सेवक हूं वे जैसी मुझे प्रेरणा मुझे देते हैं, मैं वैसा ही करता हूं। '
सोशल मीडिया ट्रेंड/Social Media Trends
कई राजनेताओं के साथ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (dhirendra shastri bageshwar dham) की तस्वीरें आई है। ट्विटर पर #बागेश्वरधाम ट्रेंड कर रहा है। यूट्यूब और अन्य प्लेटफार्म पर भी इनकी वीडियोज वायरल हो रही है।
धीरेंद्र कृष्ण का बचपन/ Dhirendra Shastri's Childhood
धीरेंद्र कृष्ण गर्ग का बचपन उनके गांव में ही बीता। वे एक सामान्य ग्रामीण ब्राह्मण परिवार से संबंध रखते हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही एक सरकारी विद्यालय से पूरी की। बचपन में वे आसपास के गांवों से भीख मांग कर, रामचरितमानस कथा और सत्यनारायण की कथा का वाचन करके जीविकोपार्जन करते थे।
बागेश्वर धाम ( bageshwar dham) धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के शब्दों में- 'हमारे देश में गरीबी का खूब मजाक उड़ाया जाता है। नियम केवल गरीबों के लिए बने हैं। अमीरों को उनका पालन नहीं करना पड़ता' यह बातें कहते हुए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री रो पड़े।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विवाहित या अविवाहित! Dhirendra Shastri Married or Single
अभी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अविवाहित है। शीघ्र ही विवाह पर विचार कर रहे हैं।
उन्होंने जया किशोरी जी के साथ विवाह की खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि वे उनकी बहन जैसी है।
संपत्ति/ Dhirendra Shastri's Property
धीरेंद्र शास्त्री के पास उनकी निजी संपत्ति के रूप में एक मोटरसाइकिल है। इसके अलावा जो भी दान दक्षिणा आदि मिलती है वह सब धाम की सेवा में उपयोग की जाती है।
उनके अनुसार हाल ही में उन्होंने 9 एकड़ जमीन खरीदी है। जिस पर कैंसर अस्पताल का निर्माण हो रहा है। धाम में जो भी दान आता है वह मंदिर के विस्तार, जन कल्याण कार्यों जैसे कन्याओं का विवाह, रोगों का निदान और अन्नपूर्णा भंडारे में लगाया जाता है।
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